'तू जिंदा है'
तू जिंदा है तो लेटा क्यों है?
तू जिंदा है तो हिलता क्यों नहीं?
तू जिंदा है तो थमा क्यों है?
तू जिंदा है तो आगे बढ़ता क्यों नहीं?
ये इतना कुछ
जो तेरे आस-पास हो रहा है.
तू जिंदा है
तो तुझे दिखता क्यों नहीं ?
सुन के ज़माने की सिसकियाँ
तुझे कुछ होता क्यों नहीं?
तू जिंदा है
तो रोता क्यों नहीं?
तू जिंदा है
तो ज़िन्दगी जीता क्यों नहीं?
तू जिंदा है तो हिलता क्यों नहीं?
तू जिंदा है तो थमा क्यों है?
तू जिंदा है तो आगे बढ़ता क्यों नहीं?
ये इतना कुछ
जो तेरे आस-पास हो रहा है.
तू जिंदा है
तो तुझे दिखता क्यों नहीं ?
सुन के ज़माने की सिसकियाँ
तुझे कुछ होता क्यों नहीं?
तू जिंदा है
तो रोता क्यों नहीं?
तू जिंदा है
तो ज़िन्दगी जीता क्यों नहीं?
Comments
Post a Comment